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shubh parashar
shubh parashar
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1 year 10 months ago

आपबीती:- जो हमारे साथ हुआ वो आपके साथ ना हो इसलिए आज इस विषय को समझना आप सभी के लिए बेहद आवश्यक है। हालांकि आदतन मैंने 3 घंटे चले इस पूरे घटनाक्रम की कोई वीडियो नहीं बनाई थी लेकिन सौभाग्य से एक बच्चे ने ये एक छोटी सी वीडियो बना ली थी, जो अभी सबूत के तौर हमारे पास है। इस पोस्ट को पूरा पढ़ना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह दुर्घटना बीते शुक्रवार रात 'Tivoli बैंक्वेट हॉल' ब्रिटेनिया चौक की है, जहाँ हम 50 हिन्दू लोगो को परिवार सहित HDFC बैंक द्वारा आयोजित सेमिनार में म्यूच्यूअल फंड के फायदे समझाने के लिए बुलाया गया था, इस कार्यक्रम में अधिकतर परिवार ब्राह्मण थे, सेमिनार खत्म होने के बाद रात्रि भोज का आयोजन था। सेमिनार के ट्रेनर का नाम था 'मोहित' अधिकतर लोग भोजन कर चुके थे, लेकिन जब मैं और मेरा परिवार भोजन करने गया था तो सभी सब्जियों के बीच मे रखी एक सब्जी जो शाही पनीर जैसी लग रही थी, जब हमने उसे प्लेट में डाला तो मुझे थोड़ा अजीब सा महसूस हुआ और शक हुआ, कुछ समझ नहीं आया तो मैंने वहाँ के किचन सुपरवाइजर को बुला कर पूछा जिसका नाम था 'सोनू' वो थोड़ा सकपका गया, जब जोर देकर पूछा तो उसने बताया कि इसमें 'चिकन' है, हम सब एकदूसरे का मुँह देखने लगे, जब उसे धमका कर पूछा गया कि जब आज का सारा खाना शाकाहारी था तो ये कैसे आया तो उसने कहा कि 'मोहित' जी ने जो बोला उसने वही किया है, मोहित से पूछा तो उसने बोला उसे नहीं पता इस सब के बारे में, उसने तो शाकाहारी खाना बनवाया और उसी के पैसे दिए हैं, हंगामा बढ़ा तो हमने मैनेजर को बुलवाया, तब तक मोहित चुपके से गायब हो गया, मैनेजर साहब आये जिनका नाम था 'नवीन' उन्होंने बोला कि सर चिकन सूची में नहीं था ये तो हमने होटल की तरफ से कॉम्प्लीमेंट्री दिया है। तब मैं अड़ गया कि हम आपके स्पेशल ग्राहक हैं इसलिए अब हम सभी को कॉम्प्लीमेंट्री में 1-1 लाख का चेक दीजिये। अभी ये बहस चल ही रही थी कि कुछ लोगो ने उल्टियां करनी शुरू कर दी क्योंकि वे ब्राह्मण थे और धोखे से माँस खा गए थे। हंगामा बढ़ते देख उस मैनेजर ने पास की चौकी से 4 पुलिस वाले ये सोच कर बुला लिए कि उन्हें देखकर मैं डर जाऊंगा और वहाँ से चला जाऊंगा, पहले तो पुलिस ने आकर रौब झाड़ा लेकिन जब मैं अपने संघीपने पर आया तो नजारा बदलने लगा.... अब मैनेजर घबराया और बोला कि हमारी गलती नहीं है 'मोहित खान' सर ने बोला था..... 'खान'...??? ये शब्द हथौड़े जैसा लगा बुद्धि पर... 'मोहित खान'..... मन मे शक गहराया तो मैंने जबरन मैनेजर साहब का आधारकार्ड चेक किया जिसपर नाम लिखा था 'नवीन सोहेल' दीमाग मानो चकरा गया... अब तो मैंने उस कीचन सुपरवाइजर को गिरेबान से पकड़ा और उसकी ID निकलवाई पता चला ये सोनू भैया नहीं सोनू मियां है नाम था 'नदीम अहमद'। यहाँ मैं सिर्फ अपने साथ बीती दुर्घटना का उल्लेख कर रहा हूँ, इसके अर्थ आप स्वयं निकालें।